शाहपुर कंडी( कुमार हैप्पी)
थीन डैम वर्कर्स यूनियन ने जीता मजदूरों का केस,1500 से ऊपर मजदूरों को होगा लाभ
सरकार को अदा करनी होगी करोड़ों की राशी
15 सितंबर : माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट चंडीगढ़ की ओर से तिथि 1 सितंबर 2022 को रणजीत सागर बांध परियोजना पर डेली वेज कार्य करने वाले सभी मजदूरों को रेगुलर कर्मचारी के बराबर वेतन देने के भत्ते का फैसला दिया गया है जिसकी जानकारी देते हुए थीन डैम वर्कर्स यूनियन के कार्यालय शाहपुर कंडी में थीन डैम वर्कर्स यूनियन के चेयरमैन नत्था सिंह और अध्यक्ष जसवंत सिंह संधू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के द्वारा बताया की यूनियन की ओर से माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट न्यायालय में पाई गई LPA 256–2013 पार्टीशन का न्याय करते हुए माननीय सिंगल बेंच ने मजदूरों के विरोध में दिए गए फैसले को दरकिनार किया है और माननीय इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल पंजाब चंडीगढ़ के जय अवार्ड तिथि 27 अप्रैल 1992 को बरकरार रखा गया है।
उन्होंने बताया कि यह केस माननीय सुप्रीम कोर्ट से रिमांड होकर दोबारा माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में आया था पहले इस केस को माननीय इंडस्ट्रियल ट्रिब्यूनल में फीमडम वर्कर्स यूनियन के चेयरमैन कामरेड नत्था सिंह ने खुद लड़ा और जीता था तथा इसी के चलते फिर सुप्रीम कोर्ट में और अब माननीय पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में खुद लड़ा और जीता।
उन्होंने आगे बताया की वर्ष 1984 से लेकर मार्च 1996 तक लगभग 1500 के करीब दिहाड़ीदार मजदूर वर्क चार्ज और रेगुलर कर्मचारियों की ओर वेतन भत्ते एवं अन्य सुविधाओं से दरकिनार किए जा रहे थे जिससे अब इन 1500 मजदूरों को रेगुलर कर्मचारियों की तरह सभी भत्ते ब्याज सहित सरकार द्वारा दिए जाएंगे उन्होंने बताया कि उनके द्वारा इस केस को बड़ी ही गहनता के साथ लड़ा गया जिसमें उनके सहयोगी थीन डैम वर्कर्स यूनियन के सदस्य और सहयोगी वकीलों ने बहुत साथ दिया। जिससे कर्मचारियों को करोड़ों रुपए का लाभ मिलेगा। इस प्रेस वार्ता में हाजिर नेतागण हरविंदर सिंह रंधावा, जसवंत सिंह संधू, नंदलाल मेहरा, जनक राज, रणजीत सिंह, तरसेम सिंह, रणजोध सिंह, गुरदर्शन सिंह, अवतार सिंह, विजय कुमार एवं अन्य कर्मचारी सदस्यों ने रणजीत सागर बांध प्रशासन से मांग की है कि इस फैसले को तुरंत लागू कर बनते बताएं ब्याज सहित कर्मचारियों को अदा किए जाएं।
फोटो 1 सीटू कार्यालय में प्रेस को संबोधन करते हुए थीन डैम वर्कर यूनियन के चेयरमैन नत्था सिंह एवं अन्य।