देववाणी संस्कृत भाषा को अग्रसर करने में महंत रोहित शास्त्री का समर्पण सुप्रसिद्ध है : आचार्य सतीश
पठानकोट में सनातन धर्म पथ परषिद् ने किया कार्यक्रम का आयोजन
पठानकोट 8 नवंबर (अविनाश) : आज सनातन धर्म पथ परषिद् द्वारा पठानकोट में श्रीकैलख ज्योतिष एवं वैदिक संस्थान ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रोहित शास्त्री के सम्मान के लिए विशिष्ट सम्मान समारोह का आयोजन किया गया,जिस में भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब मास्टर मोहन लाल मुख्यातिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर सभा में उन्होंने महंत रोहित शास्त्री को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर भाजपा वरिष्ठ नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री पंजाब मास्टर मोहन लाल ने कहा कि महंत रोहित शास्त्री देववाणी संस्कृत को प्रतिदिन अग्रसर कर रहे हैं। देववाणी संस्कृत के विना भारतीय संस्कृति एवं परम्परा का ज्ञान अधूरा है। संस्कृत को जैसा लिखा जाता है वैसा ही पढ़ा जाता है यही इसकी विशेषता है। संस्कृत भाषा के कई शब्द हिन्दी सहित अन्य कई भारतीय भाषाओं में भी प्रयोग किए जाते हैं। शब्दकोष संस्कृत से ही बढ़ता है। भाषा के माध्यम से ही मनुष्य सोचता है। इसलिए सोचने की भाषा को समृद्ध बनाने के लिए हमें महंत रोहित शास्त्री जी के दिखाए मार्ग पर चलना होगा।
सनातन धर्म पथ परषिद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष आचार्य सतीश जी ने कहा कि महंत रोहित शास्त्री जी एवं उनके परिवार का भारत में संस्कृत भाषा के संवर्धन व विकास में अमूल्य योगदान रहा है। देववाणी संस्कृत भाषा को अग्रसर करने में महंत रोहित शास्त्री का समर्पण सुप्रसिद्ध है। युवा पीढ़ी भी महंत रोहित शास्त्री जी का अनुसरण कर प्रदेश एवं राष्ट्र संस्कृति संरक्षण में अपना योगदान दें। महंत रोहित शास्त्री जी को महामहिम राज्यपाल, माननीय लोक सभा, राज्य सभा सदस्यों तथा गणमान्य जनप्रतिनिधियों द्वारा विभिन्न सामाजिक एवं सांस्कृतिक कार्यों में अभूतपूर्व योगदान हेतु सम्मानित किया गया हैं। उन्होनें संस्कृत भाषा के साथ सामाजिक क्षेत्रों में भी लोकप्रियता हासिल की है महंत रोहित शास्त्री जी का जीवन सनातन धर्म एवं मानव सेवा को समर्पित है|शास्त्री जी का जीवन व्यवहारकुशलता व कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान है|समाजसेवा को धर्म का अभिन्न अंग मानने वाले महंत रोहित शास्त्री जी ने उसके के उत्थान के लिए कई कल्याणकारी कार्य किए और कर रहे हैं|समाज के हितों की रक्षा में उनका योगदान सदैव ही प्रशंसनीय है| इन्होंने कई पुस्तकें लिखी हैं तथा इनके कई लेख विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुके हैं। वह प्रत्येक वर्ष ‘कैलख संदेश पंचांग कैलेंडर’ का प्रकाशन एवं संपादन करते हैं और निशुल्क वितरण करते हैं। महंत रोहित शास्त्री द्वारा संस्कृत भाषा एवं भारतीय संस्कृति को जन जन तक पहुंचाने का महत्त्वपूर्ण कार्य करते हुए समाज के उत्थान में अपनी विशिष्ट भूमिका निभा रहे हैं |
कार्यक्रम के अंत में सनातन धर्म पथ परिषद् के संस्थापक श्री राकेश शास्त्री केन्द्रीय अध्यक्ष आचार्य सतीश शास्त्री जी ने महंत रोहित शास्त्री जी की सनातन धर्म तथा वैदिक संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु की गई सेवाओं की सराहना की। हिन्दू सनातन पद्धति के अन्तर्गत किए गए महंत श्री रोहित शास्त्री जी के कार्य सदैव प्रशंसनीय रहेगें।
इस अवसर पर सनातन धर्म पथ परषिद के संस्थापक आचार्य राकेश शास्त्री,विश्व कुमार शर्मा,श्रीरूप लाल शास्त्री जी,पंडित मणिकरण,शाम लाल जी,रवि शर्मा जी आदि उपस्थित रहे।