बटाला 19 नवंबर (अविनाश शर्मा / सुनील चंगा ) : तेज पत्ते को अंग्रेजी में बे लीफ, वैज्ञानिक भाषा में लॉरस एजोरिका और एल. नोबिलिस कहा जाता है। वहीं, हिन्दी और नेपाली में इसे तेजपत्ता, आसामी में तेजपात कहा जाता है, जबकि मराठी और संस्कृत में तमालपत्र, तेलुगू में बगारा आकु, तमिल में पुनाई इलाइ और कन्नड़ में सिन्नेमोमम तमाला व मालाबाथरम कहा जाता है।
1. )डायबिटीज के लिए तेज पत्ता के फायदे
मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए तेज पत्ते का सेवन लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार तेज पत्ता युक्त कैप्सूल का सेवन इंसुलिन के स्तर में सुधार कर सकता है। इससे व्यक्ति के रक्त में ग्लूकोज की मात्रा घट सकती है। शोध के दौरान 30 दिन तक टाइप 2 डायबिटिज से पीड़ित मरीजों को तेज पत्ते के कैप्सूल खाने के लिए दिए गए। 30 दिन के बाद इनके सीरम ग्लूकोज में 21% से 26% तक की कमी देखी गई। साथ ही कोलेस्ट्रॉल प्रोफाइल में सुधार पाया गया। इस अध्ययन के आधार पर कहा जा सकता है कि तेज पत्ते का सेवन टोटल कोलेस्ट्रॉल में 20 से 24% तक की कमी ला सकता है इसलिए, तेज पत्ता खाने के फायदे डायबिटीज से बचाव में सहायक हो सकते हैं।
2. ) श्वसन तंत्र के लिए तेज पत्ता के लाभ
तेज पत्ता खाने के फायदे में खांसी, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा व इन्फ्लूएंजा जैसी सांस से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलना भी शामिल है
3)तेज पत्ते के अर्क में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, इसलिए इसे सूजन कम करने में मददगार माना जा सकता है।
4) इसमें एथनॉलिक एक्सट्रैक्ट और कुछ अन्य कंपाउंड पाए जाते हैं, जिसमें एंटीइंफ्लेमेटरी और दर्दनिवारक प्रभाव होता है।
5)इनके कारण तेज पत्ता श्वसन तंत्र में आई सूजन और उससे पैदा होने वाली बीमारियों से बचाव कर सकता है
6) दांतों के लिए उपयोगी
दांतों के लिए भी तेज पत्ता फायदेमंद हो सकता है। वैज्ञानिक अध्ययन कहते हैं कि इसकी टहनियों में कुछ वाष्पशील (सामान्य तापमान पर आसानी से भाप बनने वाले) तेल होते हैं, जो खून के बहाव को बेहतर कर सकते हैं। साथ ही इसमें विटामिन-सी जैसे टैनिन पाए जाते हैं, जो मसूड़ों के टिश्यू में कसाव लाकर उन्हें स्वस्थ बनाए रख सकते हैं साथ ही तेज पत्ते से बनने वाली राख से मंजन करने से मसूड़े मजबूत हो सकते हैं तेज पत्ता मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से भी रोक सकता है। एनसीबीआई की वेबसाईट पर प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार तेज पत्ते का एसेंशियल ऑयल मुंह में पाए जाने वाले स्टैफिलोकॉकस ऑरियस नामक बैक्टीरिया के खिलाफ लड़ सकता है
7) कैंसर से बचाव में सहायक
विज्ञान कैंसर जैसी खतरनाक और जानलेवा बीमारी पर लगातार रिसर्च करता आ रहा लेकिन इस बीमारी का सटीक इलाज अभी खोजना बाकी है। हां, खान-पीन का ध्यान रखकर और नियमित रूप से व्यायाम करके इससे बचाव किया जा सकता है। तेज पत्ता भी कैंसर से बचाव में सहायक खाद्य पदार्थों में से एक है। यह कैंसर कोशिकाओं के विकास में बाधा उत्पन्न करता है। एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक अध्ययन में इस बात की पुष्टि की गई है। इस अध्ययन में यह भी कहा गया है कि तेज पत्ता के गुण पेट के कैंसर से बचाव कर सकते है
एक अन्य अध्ययन के अनुसार, तेज पत्ते के अर्क में कैंसर रोधी प्रभाव पाया जाता है, जो स्तन कैंसर के विकास को बाधित कर सकता है। तेज पत्ते में मौजूद एंटीप्रोलिफेरेटिव (कोशिका प्रसार को रोकने वाले) और साइटोटॉक्सिक (कोशिकानाशक) गुण स्तन कैंसर को पनपने से रोक सकते हैं इसलिए, कहा जा सकता है कि तेज पत्ता खाने के फायदे में कैंसर से बचाव शामिल है।
8) सूजन कम करने में तेज पत्ते के फायदे
दर्द व सूजन के लिए भी तेज पत्ते के फायदे बहुत हैं। एक ऑस्ट्रेलियाई अध्ययन में पाया गया है कि ये पत्तियां COX-2 नामक एंजाइम की गतिविधि को रोकने का काम कर सकती हैं। इस एंजाइम के कारण शरीर में सूजन बढ़ सकती है इसके अलावा, इस पत्ते में मौजूद सिनेओल भी सूजन से लड़ने का काम कर सकता है
9) फंगल इन्फेक्शन से बचाए
तेज पत्ता एंटीफंगल गुणों से भी समृद्ध होता है। यह विशेष रूप से कैंडिडा एल्बीकैंस नाम के यीस्ट संक्रमण के खिलाफ प्रभावी रूप से काम कर सकता है। इसलिए, त्वचा संबंधी फंगल संक्रमण के लिए तेज पत्ते का एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की साइट पर उपलब्ध एक वैज्ञानिक शोध से होती है
10) जख्म ठीक करने में सहायक
तेज पत्ता घाव को बेहतर रूप से भरने में मदद कर सकता है। इस संबंध में एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक वैज्ञानिक शोध मौजूद है। इस अध्ययन के अनुसार, तेज पत्ते का अर्क ग्रेनुलेशन टिश्यू (Granulation tissue) यानी जख्म को भरने में सहायक कनेक्टिव टिश्यू के विकास में मदद कर सकता है। साथ ही तेज पत्ते का अर्क घाव को जल्दी भरने में सहायक हाइड्रॉक्सीप्रोलाइन जैसी जटिल रासायनिक क्रियाओं को भी बढ़ा सकता ह
11) वजन कम करने में तेज पत्ता के लाभ
वजन कम करने के लिए भी तेज पत्ता खाने के फायदे उठाए जा सकते हैं। तेज पत्ता उन जड़ी-बूटियों में शामिल है, जो भूख को नियंत्रित कर सकता है। इसलिए, इसका सेवन करने के बाद व्यक्ति अतिरिक्त कैलोरी लेने से बच सकता है और वजन को नियंत्रित रख सकता है। फिलहाल, इस बात की पुष्टि के लिए कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।
12) किडनी समस्याओं से बचाव
किडनी और पेशाब की नली में मौजूद पथरी के इलाज में तेज पत्ते के अर्क का इस्तेमाल पारंपरिक रूप से किया जाता है। यह किडनी की मांसपेशियों को सीधे आराम देने में कारगर हो सकता है। इसमें लॉरिक एसिड पाया जाता है, जो किडनी की समस्याओं से राहत दिला सकता है। इस तथ्य का प्रमाण एनसीबीआई की ओर से प्रकाशित एक मेडिकल रिसर्च से मिलता है। इस रिसर्च के दौरान सांकल हर्बल ड्रॉप का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें तेज पत्ता सहित विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियां शामिल थीं। इस ड्रॉप की मदद से किडनी के स्वास्थ्य में सुधार नजर आया
13) कोलेस्ट्रॉल और दिल के लिए
कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के लिए भी तेज पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है। एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है कि तेज पत्ते से प्राप्त इथेनॉल अर्क कोलेस्ट्रॉल सीरम स्तर को कम करने में सहायक हो सकता है। इस अर्क में कुछ फेनौलिक यौगिक होते हैं, जो एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि के चलते खराब कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल को घटाने में सहायक हो सकते हैं। वहीं, अच्छे कोलेस्ट्रॉल यानी एचडीएल का स्तर बढ़ता है। कोलेस्ट्रॉल के नियंत्रित रहने से हृदय का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि तेज पत्ते के सेवन से कोलेस्ट्रॉल और हृदय की कार्यप्रणाली ठीक रहती है
14) त्वचा के लिए तेज पत्ता के लाभ
त्वचा के लिए तेज पत्ता बहुत फायदेमंद है। इसलिए, इसके एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक उद्योग में क्रीम, इत्र और साबुन बनाने में किया जाता है। यह त्वचा को गहराई से साफ कर सकता है, क्योंकि इसमें एस्ट्रिंजेंट गुण मौजूद होता है। साथ ही तेज पत्ते का प्रयोग स्किन रैशेज और कीड़ों व मच्छरों से सुरक्षा पाने में भी किया जा सकता है
एक अन्य शोध में तेज पत्ते को मुहांसों से पैदा हुई सूजन को कम करने में भी कारगर पाया गया है। इसलिए, कहा जा सकता है कि तेज पत्ते का उपयोग त्वचा के लिए लाभकारी है
15) बालों के लिए गुणकारी
तेज पत्ते का उपयोग सेहत व त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी किया जा सकता है। यह बालों की जड़ों को फंगल और बैक्टीरियल संक्रमण से दूर रख सकता है, क्योंकि यह एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुणों से समृद्ध होता है। इन्हीं गुणों के चलते तेज पत्ते से निकले एसेंशियल ऑयल का प्रयोग रूसी और सोरायसिस से बचाने वाले लोशन में किया जाता है
16) शोध के अनुसार, तेज पत्ते या तेज पत्ता पाउडर को जलाकर धुआं करने (अरोमाथेरपी) से तनाव कम हो सकता है और मानसिक शांति मिल सकती
17)तेज पत्ता पाउडर रक्तचाप को कम कर सकता है और इस संबंध में लेख में ऊपर विस्तार से बताया गया है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि इसकी पत्तियों को उबालकर बनने वाली चाय पीने से उच्च रक्तचाप की समस्या कुछ कम हो सकती है
18)तेज पत्ते का सेवन मूत्रवर्द्धक है। 19)हानिकारक पदार्थों को मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकता
20)तेज पत्ता कीड़े-मकोड़ों को भगाने में कारगर हो सकता है। इसकी तीखी गंध कीड़े-मकोड़ों को दूर रख सकती है
21)सर्दी-जुकाम और पाचन जैसी समस्या के लिए पानी में तेज पत्ते को उबालकर पिया जा सकता है।
तेज पत्ता के पौष्टिक तत्व –
पोषक तत्वमात्रा (प्रति 100 ग्राम)पानी5.44 ग्रामऊर्जा313 कैलोरीप्रोटीन7.61 ग्रामकार्बोहाइड्रेट74.97 ग्रामफैट8.36 ग्रामफाइबर26.3 ग्रामकैल्शियम834 मिलीग्रामआयरन43.00 मिलीग्रामविटामिन-सी46.5 मिलीग्राम 6
तेज पत्ता का उपयोग –
तेज पत्ता एक मसाला है, इसलिए इसका इस्तेमाल व्यंजनों का जायका बढ़ाने के लिए किया जा सकता है।
बिरयानी, चिकन या मटन करी व पुलाव जैसे मसालेदार व्यंजनों में इसका इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है।
तेज पत्ते को खीर जैसे मीठे पकवानों में भी डाला जा सकता है।
कई लोग ब्लैक टी में भी तेज पत्ता इस्तेमाल करते हैं।
बालों के लिए आप एक कप पानी में कुछ तेज पत्ते उबालें और 15 मिनट के बाद पानी से पत्तों को निकाल लें। ठंडा होने पर पानी को शैंपू के बाद बालों और स्कैल्प पर लगाएं। बेहतर परिणाम के लिए एक दिन छोड़कर आप यह उपाय कर सकते हैं।
दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए तेज पत्ते के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए आप इसके तेल की कुछ बूंदें प्रभावित जगह पर लगाएं और हल्के हाथों से मालिश करें।
तेज पत्ता को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?
ताजे तेज पत्तों को एक सीलबंद जिप प्लास्टिक बैग में बंद करके फ्रिज में एक-दो हफ्ते तक स्टोर करके रखा जा सकता है। वहीं, सूखे हुए तेज पत्ते को सूखे व एयर टाइट डिब्बे में स्टोर करें। तेज पत्ते को कभी खुले में नहीं रखना चाहिए, क्योंकि खुले में इनकी खुशबू जल्दी कम हो जाती है।
तेज पत्ता के नुकसान –
(1): गर्भावस्था या स्तनपान के दौरान तेज पत्ता या इसके सप्लीमेंट के सेवन के बारे में पर्याप्त विश्वसनीय जानकारी नहीं है,
ये पत्तियां एनेस्थीसिया की दवाओं के साथ रिएक्शन करके केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (CNS) को धीमा कर सकती है। इसलिए सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले तेज पत्ते या इसके किसी सप्लीमेंट के सेवन को रोक देना सही निर्णय साबित हो सकता ह
इसे निगलने के बाद यह पचता नहीं है। इसके किनारे धारदार होते हैं, जो शरीर के अंदरूनी अंगों को हानि पहुंचा सकते हैं और ये गले में अटक भी सकता है। अगर तेज पत्ते का उपयोग साबुत किया जाता है, तो उसे खाएं नहीं,
सौजन्य से डॉ अर्चिता महाजन ट्रेंड योगा टीचर डाइटिशियन और न्यूट्रिशन और चाइल्ड केयर होम्योपैथिक फार्मासिस्ट 9463819002