तालमेल कमेटी पैरामेडिकल और सेहत कर्मचारी पंजाब के फैसले अनुसार आज सिविल अस्पताल में रोष धरना और डॉक्टर सिविल सर्जन रविंदर कौर को सौंपा मांग पत्र
पठानकोट 24 दिसंबर (ब्यूरो) : सेहत विभाग के कर्मचारियों की ओर से पहले से मिल रहे भक्तों और छठे पे कमीशन की रिपोर्ट की त्रुटियों दूर करके तनख्वाह में वृद्धि करने की पंजाब सरकार से लगातार मांग की जा रही थी। परंतु सरकार की ओर से वृद्धि करने की बजाय पहले से मिल रहे भत्ते जैसे कि रूरल अलाउंस बॉर्डर एरिया एलाउंस एफडीए रेंट फ्री अकोमोडेशन ईएसआई अलोन यूनिफॉर्म एलाउंस वाशिम अलाउंस डाइट अलाउंस पर रोक लगा दी गई है। तालमेल कमेटी पैरामेडिकल और सेहत कर्मचारी पंजाब के फैसले अनुसार 24 दिसंबर को पठानकोट सिविल अस्पताल में रोष धरना और डॉक्टर सिविल सर्जन रविंदर कौर को मांग पत्र दिया गया। जिसमें सीएचसी घरोटा, बुंगल बढ़ानी, नरोट जयमल सिंह के अलावा सिविल अस्पताल पठानकोट का स्टाफ भी उपस्थित थे। मांग पत्र में मुख्य मांगे सेहत विभाग अधीन डायरेक्टर सेहत व परिवार भलाई पंजाब पीएचसी एनएचएम अधीन अलग-अलग स्कीमा और ईएसआई हॉस्पिटल ठेके पर काम करते कर्मचारियों को रेगुलर किया जाए। जितना चेयर इन पैरामेडिकल कर्मचारियों को रेगुलर नहीं किया जाता तब तक बराबर काम बराबर तनख्वाह फॉर्मूला लागू किया जाए। समूह पैरामेडिकल कर्मचारियों के कांटे दे भत्ते को तुरंत लागू किया जाए। स्मॉल पैरामेडिकल कर्मचारियों को पेशेंट केयर एलाउंस रिस्क एलाउंस दिया जाए। सेहत विभाग ने जुलाई 2020 के बाद भर्ती हुए समूह पैरामेडिकल कर्मचारियों पर पंजाब के छठे पे कमीशन की रिपोर्ट लागू की जाए। अन्य मांगों के अलावा कहा गया कि जितना समय इनको बहाल नहीं किया जाएगा तब तक तो सेहत विभाग का कोई भी कर्मचारी कोई भी टूर नहीं करेगा और ना ही यूनिफार्म डालेगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस मौके हेल्थ इंस्पेक्टर अविनाश शर्मा एम एल टी प्रधान जागीर सिंह, फार्मेसी अफसर जसबीर सिंह सतनाम सिंह जगन्नाथ अमन कुमार राजिंदर तेजिंदर कौर आदि स्टाफ मौजूद था।