रेलवे ने कोविड का असर कम होने के बाद लंबी दूरी की लगभग सभी ट्रेनें चलाकर यात्रियों को दी बडी राहत
पठानकोट 24 नवंबर (अविनाश) : रेलवे ने कोविड का असर कम होने के बाद लंबी दूरी की लगभग सभी ट्रेनें चलाकर यात्रियों को काफी राहत दी है। लेकिन, पैसेंजर ट्रेने नाममात्र ही शुरू होने से यात्रियों को बसों में दो से तीन गुणा ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं। रेल की तुलना बसों में जहां ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहे हैं, वहीं उनका समय भी अधिक लग रहा है। अमृतसर और जालंधर की अभी दो-दो ही चल रही ट्रेनें
पठानकोट से अमृतसर के लिए रोजाना सात पैसेंजर ट्रेनें जाती और इतनी ही अमृतसर से आती हैं। इसी प्रकार जालंधर के लिए तीन ट्रेनें चलती हैं। लेकिन, वर्तमान में क्रमश: पठानकोट-अमृतसर के लिए दो तथा जालंधर-पठानकोट के लिए दो ट्रेनें चल रही हैं। इसी प्रकार पठानकोट से जोगिद्रनगर के लिए रोजाना सात ट्रेनें चलती हैं। इसमें से अभी चार ट्रेनें शुरू हो चुकी हैं। बीते शनिवार को डिवीजनल रेलवे मैनेजर सीमा शर्मा ने पठानकोट दौरे के दौरान कहा था कि लंबी दूरी की ट्रेनें चलाने के बाद जल्द पैसेंजर ट्रेनों को भी पहले की भांति शुरू कर दिया जाएगा।
बस और ट्रेन का किराया
अमृतसर बस 140 रुपये
अमृतसर रेल 55 रुपये
जालंधर बस 175 रुपये
जालंधर रेल 55 रुपये
जोगिद्रनगर बस 295 रुपये
जोगिद्रनगर रेल 70 रुपये
यात्री बोले, लंबी दूरी की पैसेंजर ट्रेन को भी चलाएं
पठानकोट से गुरदासपुर, बटाला, अमृतसर की ओर यात्रा करने वाले दैनिक यात्री सोम राज, साहिल शर्मा व प्रबोध चंद्र ने बताया कि रेलवे ने लंबी दूरी की ट्रेनें चलाकर यात्रियों को राहत पहुंचाई है। लेकिन, पैसेंजर ट्रेनें नाममात्र चलाए जाने के कारण यात्रियों को बसों में डबल से भी ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ रहा है। इसी प्रकार पठानकोट से पालममुर, जोगिद्रनगर आदि क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों का कहना है कि पहले ट्रैक की समस्या के कारण ट्रेनें बंद रहीं। अब ट्रैक फिट हुआ तो विभाग सात के बजाय चार ट्रेनें चला रहा है। ऐसे में शेष कैंसिल चल रही तीन ट्रेनों को भी विभाग जल्द शुरू कर यात्रियों को राहत प्रदान करे।
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पठानकोट से लंबी दूरी की सभी ट्रेनें शुरू हो चुकी हैं। अमृतसर और जालंधर की केवल दो-दो पैसेंजर ट्रेनें ही शुरू हुई हैं। पैसेंजर ट्रेनों की संख्या को बढ़ाना मंडल का काम है। मंडल जिन-जिन ट्रेनों को चलाने का आदेश जारी करेगा उन गाड़ियों को चला दिया जाएगा।
-रेलवे अधिकारी, पठानकोट।