कालका
डेंगू मामले और कंटेनर इंडेक्स लगातार घट रहा है : डॉ.राजीव नरवाल
30 सितंबर : उपमंडल हस्पताल कालका की 10 टीमों ने शिव कॉलोनी, धर्मपुर कालोनी,और गांव शिउड़ी के 1107 घरों में सोर्स डिडक्शन एक्टिविटी के दौरान 9061 कंटेनर को चैक किया। जिनमे से 55 घरों में मिले 86 लार्वा कंटेनर को मौके पर ही खाली कर दिया गया कंटेनर इंडेक्स 0.9 प्रतिशत रह गया है। नगर परिषद की टीम हेल्थ टीमों की देख रेख में पार्षदों के सूचित कर के घरों के अंदर अच्छे से फॉगिंग कर रही हैं : स्वास्थ्य निरीक्षक सन्दीप कुमार
शुक्रवार को उपमण्डल हस्पताल कालका के अधीन चल रहे डेंगू मामलो को नियंत्रित करने के कार्य पर वरिष्ट चिकित्सा अधिकारी डॉ.राजीव नरवाल के दिशा निर्देश में स्वास्थ्य निरीक्षक सन्दीप कुमार की सुप्रविजन में सुभम गिल और अभिमन्यु, ब्रीडर चेकर संदीप, आशीष, जगमेश,चंदा ,रेनू बाला,राम, राकेश, पुष्पेंद्र आदि की 10 टीमों ने शिव कॉलोनी, धर्मपुर कालोनी और गांव शिउडी में घर घर जा कर 1107 घरों में सोर्स डिडक्शन एक्टिविटी के दौरान 8061 कंटेनर को चैक किया। जिनमे से 55 घरों में मिले 86 लार्वा कंटेनर को मौके पर ही खाली कर दिया गया । कंटेनर इंडेक्स 0.9 प्रतिशत रह गया है।
डा.नरवाल ने बताया कि उपमंडल हस्पताल कालका में आज 662 ओपीडी में से 177 बुखार के मरीज आए जिनमे से 104 की सीबीसी और पिंजौर कालका हस्पताल में कुल 92 एलाइजा टेस्ट हुए जिनमे पिछले टेस्ट समेत 19 पॉजिटिव पाए गए। आज बुखार के 23 मरीजों को एडमिट किया गया है पिछले एडमिट मरीज में से 22 को डिस्चार्ज कर दिया और 09 मरीजों को नागरिक हस्पताल पंचकुला के लिए रैफर किया गया है।पिछले 3-4 दिनो में बारिश के कारण लार्वा मिल रहा है इसलिए घर घर जाने वाली सोर्स रिडक्शन टीम डेंगू के प्रति लोगों को जागरूकता के लिए पम्पलेट,हेल्थ टाक्स दे रही है तथा कंटेनर को अच्छे से चेक कर रही हैं डेंगू से बचने के लिए लोगो को मोटिवेट करने के साथ तरीके भी बता रही हैं । डेंगू के प्रति जागरूक करने के लिए ऑटो से माइक द्वारा अनाउंसमेंट भी करवाई जा रही है। डेंगू की घर घर जा कर कर रही स्वास्थ्य विभाग की सोर्स डिडक्शन टीमों के साथ नगर परिषद की फॉगिंग भी लगातार कर रही है। जिस क्षेत्र में हमारी टीम जा रही हैं वहां के नगर पार्षद को सूचित कर उनकी भागीदारी भी करवा रही है। बारिश के दिनों में पानी इक्कठा होने से लार्वा हर छोटे से छोटे बर्तन में मिल सकता है जैसे बोतल का ढक्कन,बेकार पड़े छत पर जूते,टायर, दीवाली के दिए,कोई भी टूटा डिब्बा,गमला,बेकार हुई फूट बाल,प्लास्टिक फाइबर की शीट,आदि कोई भी कंटेनर में लार्वा मिलना लाज़िम है । इसलिए पानी को खुले में इकट्ठा ना होने दे। बुखार होते ही समय से उपमंडल हस्पताल कालका में इलाज करवाएं।
 
				








 
 
							 
							 
							 
							