बटाला , कादियां :(अविनाश शर्मा) : 03 बेटियों की विधवा मां को महिला आयोग की इंचार्ज बबिता खोसला द्वारा उनकी निभाई गई ज़िम्मेदारियों के लिए उन्हें सम्मानित गया। इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए वेवल पत्नी रशीद मसीह ने बताया कि उनके पति रशीद मसीह की 14 वर्ष पूर्व मौत हो चुकी है तथा उनकी 3 बेटियां हैं। उन्होंने बताया कि जहां सरकारें बेटियों को बचाने की दुहाई देती हैं तथा उनकी सुरक्षा हेतु अनेकों तरह के प्रलोभन देकर वाहवाही लूटती है लेकिन जहां तक हक़ीक़त है वो सच्चाई से कहीं परे है क्यूंकि उनके पति की मौत हुए 14 वर्ष हो गए हैं तथा उन्होंने बड़ी ही मेहनत से अपनी 3 बच्चियों को पाला तथा पढ़ा लिखाया है लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी या सरकारी नेता ने उनकी बात नहीं पूछी। उन्होंने बताया कि बबीता खोसला द्वारा आज उन्हें अपनी जिम्मेदारी को तनदेही से निभाने तथा अपनी बच्चियों की देखभाल करने के लिए सम्मानित किया है उन्हें इस बात की खुशी महसूस हो रही है कि आज भी लड़कियों के पालन पोषण में अहम भूमिका निभाने वाली मांओं को सम्मानित किया जा रहा है। उन्होंने सरकारों से भी अपील की कि अगर बच्चियों के जन्म को प्रोत्साहित किया जाना है तो सरकारों को लड़कियों के लिए विशेष सुविधाओं का प्रबन्ध करना चाहिए तथा उसके साथ साथ ही गरीब परिवारों की माताओं का सहारा बना चाहिए । इस अवसर पर महिला आयोग की इंचार्ज बबिता खोसला ने बताया कि उन्हें इस बात का गर्व है कि आज भी व्हीकल जैसी अनेकों माएं अपनी बेटियों को कोख में मारने की बजाय उनका पालन पोषण कर रही है अतः ज़िंदगी से जद्दोजहद करते हुए भी उन बेटियों को पढ़ा लिखाकर ज़िंदगी में सही मुकाम तक पहुंचाने के लिए प्रयास कर रही हैं । उन्होंने बताया कि वह 1 सामाजिक कार्यकर्ता है तथा हमेशा ही जरूरतमंद परिवारों की सहायता के लिए तैयार रहती हैं। लेकिन आज इस मां को सम्मानित करने के बाद उन्हें आत्मिक खुशी महसूस हो रही है क्यूंकि वह खुद भी बेटियों की मां है। इस अवसर पर उन्होंने समाजसेवी संस्थाओं तथा प्रशासन को अपील की कि वह भी ऐसी माओ का सहारा बनने के लिए आगे आएं ।